तेरे इनकार के बाद...
(काव्य संग्रह) -प्रवीण तिवारी 'रौनक'
Tuesday, September 27, 2011
अनदेखियों ने.....
''उसकी
अनदेखियों
ने
कोरा
कागज़
कर
दिया
मुझे
।
हर
रोज
नए
प्रश्न
लिखे
जाते
हैं
मुझ
पर॥ ''
-
प्रवीण
तिवारी
'
रौनक
'
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment