तेरे इनकार के बाद...
(काव्य संग्रह) -प्रवीण तिवारी 'रौनक'
Wednesday, September 21, 2011
एक खूबसूरत शाम है दोस्ती...
''
जीवन
की
एक
खूबसूरत
शाम
है
दोस्ती
,
हो
कैसा
सफ़र
गुजर
जाएगा
।
दोस्त
हैं
करीब
तो
महसूस
करतें
हैं
ये
,
कितनी
भी
हो
मुश्किल
हल
नज़र
आएगा।
''
-
प्रवीण
तिवारी
'
रौनक
'
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