तेरे इनकार के बाद...
(काव्य संग्रह) -प्रवीण तिवारी 'रौनक'
Friday, September 2, 2011
तेरी यादों को...
''
तमन्नाओं
को
तकिया
,
एहसासों
को
बिस्तर
बना
कर
सो
गए
।
हम
तो कल शब तुम्हारी
यादों
को
चादर
बनाकर
सो
गए
। ''
-
प्रवीण
तिवारी
'रौनक'
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