Monday, December 12, 2011

तेरे अक्स को पाया है बहुत...

''तनहा जिंदगी ने खोया है बहुत ,
तुझसे बिछड़ के कोई रोया है बहुत।
राहों में चलना भी हुआ है मुश्किल,
हर कदम तेरे अक्स को पाया है बहुत। ''
-
प्रवीण तिवारी 'रौनक'

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