Monday, January 30, 2012

कई शाम गुजार दी हमने...

बस इस इंतज़ार में कई शाम गुजार दी हमने,
एक दिन कहा था उसने की शाम को बात करेंगे।........प्रवीण तिवारी 'रौनक'

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